इस पर विश्वास करते हुए अग्रसर होते रहिए। इस पर विश्वास करते हुए अग्रसर होते रहिए।
लेकिन फिर भी मैं खामोश होकर जोर-जोर से चीखना चाहती हूं और अपने अन्दर के गुस्से को बाहर लेकिन फिर भी मैं खामोश होकर जोर-जोर से चीखना चाहती हूं और अपने अन्दर के गुस्से क...
उसे उस दिन अहसास हुआ कि जीवन में छायादार वृक्ष का होना कितना जरूरी है। उसे उस दिन अहसास हुआ कि जीवन में छायादार वृक्ष का होना कितना जरूरी है।
अब कार्तिक और मोहनी परिवार के साथ प्रसन्नतापूर्वक अपना जीवन व्यापन करने लगे। अब कार्तिक और मोहनी परिवार के साथ प्रसन्नतापूर्वक अपना जीवन व्यापन करने लगे।
आजादी को सौदेबाजी पर हावी करके वह निकल पड़ी अपनी आवारगी और यायावरी पर। आजादी को सौदेबाजी पर हावी करके वह निकल पड़ी अपनी आवारगी और यायावरी पर।
लेखक : सिर्गेइ पिरिल्यायेव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : सिर्गेइ पिरिल्यायेव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास